Friday 30 April 2010

---कठिन है बाबा केदार की डगर

-केदारनाथ यात्रा को लेकर तैयारियों में जुटा प्रशासन -गौरीकुंड से केदारनाथ तक 14 किमी पैदल मार्ग पर हैं सबसे अधिक समस्याएं -समस्याओं को हल करने का हो रहा है प्रयास Pahar1- रुद्रप्रयाग केदारनाथ यात्रा को लेकर प्रशासन तैयारियों में लगा है। हालांकि प्रशासन के तमाम प्रयास के बाद भी केदारनाथ आने वाले यात्रियों को कई खामियों से दो चार होना पड़ता है और कड़े अनुभव के साथ वह यहां से जाते हैं। इससे सबक ले इस दफा यात्रा की तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है। केदारनाथ यात्रा अन्य धामों की अपेक्षा काफी कठिन यात्रा है। गौरीकुंड से केदारनाथ तक का चौदह किमी का सफर यात्रियों को तमाम समस्याओं से दो चार करा देता है। केदारनाथ यात्रा की व्यवस्थाएं भी पैदल मार्ग पर आकर टिक जाती हंै। प्रशासन भी गौरीकुंड से लेकर केदारनाथ तक यात्रा व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में पूरी ताकत झोंक देता है, लेकिन बावजूद इसके कई खामियां रह जाती हैं। प्रत्येक वर्ष यात्रा से पूर्व जिला प्रशासन यात्रा को लेकर तमाम बैठकें करते हंै और व्यवस्थाओं के चुस्त दुरुस्त होने का दावा करते हैं, लेकिन सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह धराशाही हो जाती है। इसका खामियाजा देश विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को भुगतना पड़ता है। यात्रा के दौरान आने वाली प्रमुख समस्या -गौरीकुंड में हजारों वाहन के जाम में फंसने पर गंभीर समस्या -गौरीकुंड में पालकी, डोली व घोड़ा में प्रीपेड व्यवस्था के बावजूद दलालों का राज -रहने व खाने की कम गुणवत्ता के बावजूद अधिक महंगा -केदारनाथ पैदल मार्ग पर भारी गंदगी से चलना दुश्वार -जर्जर केदारनाथ पैदल मार्ग पर अक्सर यात्रियों के दुर्घटनाग्रस्त होना -केदारनाथ में ठंड होने पर अलाव व किसी यात्री की मृत्यु होने पर लकड़ी तक की व्यवस्था न होना केदारनाथ पैदल मार्ग को सुधारने में जुटा लोक निर्माण विभाग रुद्रप्रयाग: लोनिवि इन दिनों गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदल मार्ग की हालत सुधारने में जुटा हुआ है, ताकि यात्रा से पूर्व मार्ग को तीर्थ यात्रियों की आवाजाही के लिए सुगम व बेहतर बनाया जा सके। इस बार मार्ग को ठीक करने के लिए लोनिवि को दैवीय आपदा मद से 30 लाख रुपये आवंटित हुए हैं, इस धनराशि में से 18 लाख रुपये से रामबाड़ा में पुल निर्माण किया जा रहा है। मौजूदा समय में दो दर्जन से भी अधिक मजदूरों को कार्य पर लगाया है। लोनिवि ऊखीमठ के अधिशासी अभियंता राजेश पंत का कहना है कि गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदल मार्ग का सुधारीकरण कार्य किया जा रहा है। अब तक अस्सी फीसदी कार्य हो चुका है।

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