Wednesday 1 July 2009

यूपीएटी के जरिये बनेंगे अब आयुर्वेदिक डाक्टर

अब आयुर्वेदिक डाक्टर बनने के इच्छुक अभ्यर्थियों को यूपीएमटी की मेरिट लिस्ट का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। राज्य सरकार ने बीएएमएस के लिए अलग से यूपीएटी (उत्तराखंड प्री आयुष टेस्ट) की तैयारी कर ली है, जिसके आयोजन का जिम्मा पंतनगर कृषि विवि को सौंपा गया है। इससे सूबे में आयुर्वेद शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। अब तक उत्तराखंड प्री मेडिकल टेस्ट के जरिये ही राज्य के मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस व बीएएमएस में प्रवेश दिए जाते थे, लेकिन राज्य सरकार ने एमबीबीएस की मेरिट लिस्ट के आधार पर बीएएमएस की प्रवेश प्रक्रिया को इस वर्ष से समाप्त कर दिया है। इसके लिये यूपीएटी परीक्षा आयोजित की जाएगी, जो पूरी तरह आयुर्वेद की पढ़ाई करने के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए होगी। इस परीक्षा के आयोजन का जिम्मा पंतनगर कृषि विवि को सौंपा गया है। हालांकि, चयन परीक्षा में बदलाव के बावजूद राज्य के चारों आयुर्वेद मेडिकल कालेजों में सीटों की स्थिति पहले की ही तरह रहेगी। यानी हरिद्वार स्थित दोनों ऋषिकुल व गुरुकुल राजकीय आयुर्वेदिक कालेजों में क्रमश: 60 व 50 सीटें और अन्य, देहरादून व श्यामपुर स्थित दो प्राईवेट कालेजों में 50 फीसदी सीटें मैनेजमेंट कोटे की रहेंगी।

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