Wednesday 24 June 2009

खंडूड़ी का इस्तीफा:

भाजपा आलाकमान ने आखिरकार उत्तराखंड में मुख्यमंत्री भुवनचंद्र खंडूड़ी का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। बुधवार को दिल्ली में होने वाली विधायक दल की बैठक में नए नेता का चुनाव होगा। सूत्रों के अनुसार भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने रमेश पोखरियाल निशंक के नाम पर मन बना लिया है। निशंक उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की भाजपा सरकारों में भी मंत्री में रह चुके हैं। इधर कोश्यारी लाबींग में जुटे हैं तो प्रकाश पंत का नाम भी चर्चा में है। उत्तराखंड में सत्ता में आने के बाद से ही अंदरूनी असंतोष से जूझते रहे मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी को आखिरकार इस्तीफा देना ही पड़ा है। राज्य में लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद गत 19 मई को दिल्ली में हुई वरिष्ठ नेताओं की बैठक में उन्होंने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंप दिया था। इसके बाद भी भाजपा आलाकमान क शुतुरमुर्गी रवैया जारी रहा। इससे भन्नाए कोश्यारी ने राज्यसभा से इस्तीफा दिया और एक दर्जन विधायकों ने दिल्ली आकर सरकार गिराने की धमकी दी थी। दरअसल उत्तराखंड में भाजपा का संकट तभी से बढ़ना शुरू हुआ था, जबकि इस नाजुक राज्य का संगठन प्रभारी दिल्ली के डॉ अनिल जैन को बनाया गया था। जैन की अनुभवहीनता से समस्याएं सुलझने के बजाए बढ़ती ही गई। वे न तो राज्य का मिजाज जान सके और न ही केंद्रीय नेतृत्व तो सही जानकारी दे सके। इधर खंडूड़ी के इस्तीफे के बाद उनके उत्तराधिकारी को लेकर घमासान शुरू हो गया है। केंद्रीय नेतृत्व राज्य मंत्रिमंडल के सबसे वरिष्ठ सदस्य रमेश पोखरियाल निशंक को नया नेता बनाने के पक्ष में हैं। वे न केवल पार्टी के जातीय समीकरण में फिट बैठते हैं, बल्कि राजनीतिक लिहाज से दुनियादारी को भी बखूबी समझते हैं। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने अभी भी हथियार नहीं डाले हैं। विधायक दल की बैठक के लिए दिल्ली पहुंच रहे विधायकों की अलग-अलग बैठकों के दौर में शुरू हो गए हैं। बुधवार को होने वाली इस बैठक में वेंकैया नायडू व थावरचंद गहलौत केंद्रीय पर्यवेक्षक होंगे।

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